फिर फेल हुआ रेल का सिग्नल, जनशताब्दी एक्सप्रेस को स्टेशन से पहले ही रोकना पड़ा
नई दिल्ली से आने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस के दून स्टेशन पहुंचने से कुछ समय पहले ही आउटर पर सिग्नल फेल हो गया। जिससे लोको पायलट ने तत्काल ब्रेक लगाकर ट्रेन को आउटर पर रोक दिया। ट्रेन के अचानक स्टेशन से पहले ही रुक जाने से यात्री असमंजस में पड़ गए। इससे मसूरी एक्सप्रेस को भी एक घंटे की देरी से रवाना किया जा सका।
 

रात करीब 9.10 पर देहरादून पहुंचने वाली जनशताब्दी एक्सप्र्रेस अपने निर्धारित समय से चल रही थी। स्टेशन से कुछ पहले ही ट्रेन को आगे बढ़ने का सिग्नल नहीं मिला। कुछ देर बाद लोको से कंट्रोल को वायरलेस से संपर्क साधा तो पता लगा कि  सिग्नल फेल हो गए हैं। रेलवे के अधिकारी रेड सिग्नल को ग्रीन करने की कोशिश करने में जुटे रहे, लेकिन कई देर तक यह सही नहीं हुआ।

इससे यात्रियों ने भी विरोध जताना शुरू कर दिया। कुछ यात्री जान जोखिम में डालकर खड़ी ट्रेन से सामान आदि लेकर वहीं उतरकर पटरियों पर पैदल चल प्लेटफार्म तक पहुंचे। इससे बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांग और जिन यात्रियों के साथ छोटे बच्चे और सामान ज्यादा उन्हें खासी दिक्कत से जूझना पड़ा।


यह चौथी घटना



उधर, सिग्नल नहीं मिलने से जनशताब्दी एक्सप्रेस को प्लेटफार्म पर नहीं पहुंचाया जा सका तो, दून से रात लगभग 9.20 पर दिल्ली रवाना होने वाली मसूरी एक्सप्रेस को भी कई देर तक प्लेटफार्म पर ही खड़ा रखना पड़ा। इससे मसूरी एक्सप्रेस के यात्रियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा।

करीब एक घंटे बाद जनशताब्दी एक्सप्रेस को तीन नंबर प्लेटफार्म पर लाने के बाद दो नंबर से मसूरी एक्सप्रेस को रवाना किया जा सका। इससे दोनों ट्रेनों के यात्रियों में रेलवे के प्रति खासा आक्रोश नजर आया।

उल्लेखनीय है कि पिछले 10 दिन में सिग्नल, इंजन फेल होने और पॉवर न मिलने से ट्रेेनों के समय पर रवाना न होने और आधे रास्ते में खड़े होने की यह चौथी घटना है। शुक्रवार रात इस संबंध में रेलवे का पक्ष जानने के लिए स्टेशन निदेशक गणेश चंद ठाकुर को मोबाइल पर कॉल की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।