उत्तराखंड के चंपावत में मंगलवार को दर्दनाक हादसा हो गया। नरसिंह डांडा गांव में पुराने दो मंजिले मकान का पाल (मिट्टी का फर्श) भरभराकर गिर गया। इससे पांच महिलाएं चोटिल हो गईं जिन्हें यहां जिला अस्पताल में लाया गया।
सभी की हालत खतरे से बाहर है। ये महिलाएं गांव में एक बुजुर्ग की मौत पर शोक जताने गईं थीं। जानकारी के मुताबिक नरसिंह डांडा में अकेले रहने वाले छत्तर राम (75) की सोमवार रात मौत हो गई।
सूचना मिलने पर गांव के लोग मंगलवार को नरसिंह डांडा पहुंचे। इस बीच, तेज बारिश होने पर गांव के लोग इस पुराने मकान के दो मंजिले में चले गए। 30 से अधिक लोगों की भीड़ के चलते दोमंजिले का पाल (मिट्टी का फर्श) भरभराकर गिर गया।
सभी की हालत खतरे से बाहर है। ये महिलाएं गांव में एक बुजुर्ग की मौत पर शोक जताने गईं थीं। जानकारी के मुताबिक नरसिंह डांडा में अकेले रहने वाले छत्तर राम (75) की सोमवार रात मौत हो गई।
सूचना मिलने पर गांव के लोग मंगलवार को नरसिंह डांडा पहुंचे। इस बीच, तेज बारिश होने पर गांव के लोग इस पुराने मकान के दो मंजिले में चले गए। 30 से अधिक लोगों की भीड़ के चलते दोमंजिले का पाल (मिट्टी का फर्श) भरभराकर गिर गया।
इससे पांच महिलाएं चोटिल हो गईं। घायलों में पिरोजी देवी (50) पति गणेश राम, देवकी देवी (49) पति नाथ राम, गोमती देवी (51) पति प्रेम राम, मीना देवी (40) पति मनोहर लाल और हरू देवी (52) पति जगदीश राम शामिल हैं।
इन सभी घायल महिलाओं को निजी वाहन से जिला अस्पताल लाया गया। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. मुकेश ने बताया कि सभी की हालत खतरे से बाहर है। अलबत्ता अभी देखरेख के लिए उन्हें अस्पताल में ही रखा गया है।
बारिश और ठंड से ठिठुरे लोग
मंगलवार सुबह बादल के बाद शुरू हुई बारिश दिनभर चलती रही। बारिश से जन-जीवन अस्तव्यस्त रहा। वहीं इससे ठंड में भी इजाफा हुआ। ठंड से बचने के लिए लोग गरम कपड़ों के अलावा आग का सहारा लेते रहे। चंपावत सहित पहाड़ के सभी हिस्सों में 3 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं चंपावत में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सल्सियस और अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा।
इन सभी घायल महिलाओं को निजी वाहन से जिला अस्पताल लाया गया। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. मुकेश ने बताया कि सभी की हालत खतरे से बाहर है। अलबत्ता अभी देखरेख के लिए उन्हें अस्पताल में ही रखा गया है।
बारिश और ठंड से ठिठुरे लोग
मंगलवार सुबह बादल के बाद शुरू हुई बारिश दिनभर चलती रही। बारिश से जन-जीवन अस्तव्यस्त रहा। वहीं इससे ठंड में भी इजाफा हुआ। ठंड से बचने के लिए लोग गरम कपड़ों के अलावा आग का सहारा लेते रहे। चंपावत सहित पहाड़ के सभी हिस्सों में 3 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं चंपावत में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सल्सियस और अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा।